हर साल जून के तीसरे रविवार को हम "पिता दिवस" (Father’s Day) मनाते हैं। लेकिन क्या सच में एक दिन काफी है उस इंसान के लिए जिसने अपनी सारी ज़िंदगी सिर्फ हमारे लिए लगा दी?
पिता का वह रूप जो अक्सर अनकहा रह जाता है!
पिता वो होते हैं जो खुद पुराने और फटे कपड़े पहन लेते हैं, लेकिन हमारे हर सपने को पूरा करने की कोशिश करते हैं।
वो खुद 12-12 घंटे की ड्यूटी करके थक जाते हैं, लेकिन जब हम थकते हैं तो सबसे पहले वो ही गले लगाते हैं।
उनका हर डांटना भी दरअसल हमारी भलाई के लिए ही होता है – ताकि हम गलत राह पर न जाएं।
माँ प्यार जताती है, और पिता प्यार छुपाकर निभाते हैं!
माँ का प्यार मीठा होता है, लेकिन पिता का प्यार गहराई में डूबा होता है।
माँ अपने आंचल में छुपा लेती है, और पिता अपने संघर्ष में हमें ढाल बना देता है।
पिता से जुबान नहीं, सेवा करनी चाहिए!
पिता को कभी शब्दों से मत तोलो, क्योंकि उन्होंने वो सब सहा है जो हम सोच भी नहीं सकते।
उनके पैर दबा दो, बिना कहे पानी का गिलास पकड़ा दो – बस इतना काफी है उन्हें खुशी देने के लिए।
मेरे पापा – मेरे हीरो
मेरे पापा दुनिया के सबसे मजबूत इंसान हैं।
जो खुद आंसू नहीं बहाते, लेकिन हमारे दर्द को सबसे पहले महसूस करते हैं।
आज मैं जो भी हूं, उन्हीं की बदौलत हूं।
"Love you papa, मेरी उम्र भी आपको लग जाए।"



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